वर्ल्‍ड ओबेसिटी डे: क्‍या दवाइयों से कम हो सकता है मोटापा

वर्ल्‍ड ओबेसिटी डे: क्‍या दवाइयों से कम हो सकता है मोटापा

सेहतराग टीम

मोटापे के करीब 20 से 25 फीसदी मोटे मरीजों को वजन घटाने की दवा दी जाती है और इसका लाभ भी दिखता है। वजन कम करने के लिए ऑपरेशन की सलाह सिर्फ ऐसे मरीजों में दी जाती है जिनका बीएमआई 32.5 किलो/वर्ग मीटर से अधिक हो।

 

इलाज

वजन पर प्रभाव

दीर्घावधि में असर

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जीवन शैली में बदलाव

  • भोजन में बदलाव
  • व्‍यायाम

(डायबिटीज और गैर डायबिटीज वाले मरीजों में)

  • छह महीने में वजन में औसतन 5 फीसदी की कमी।

उदाहरण: 100 किलोग्राम का कोई व्‍यक्ति 6 महीने में 4 से 5 किलो तक वजन कर सकता है

  • अधिकांश लोग लंबी अवधि में भोजन में इस बदलाव को कायम नहीं रख पाते और इसलिए 70 से 80 फीसदी लोगों का वजन फ‍िर बढ़ जाता है

2

दवाइयां

खाने वाली दवाइयां

  • ओर्लीस्‍टेट
  • मेटफॉर्मिन

(डायबिटीज और गैर डायबिटीज वाले मरीजों में)

  • एसजीएलटी-2 इनहीबीटर्स

(इन्‍वोकना/फॉर्जिगा/ जा‍र्डिएंस/गिब्‍टुलियो/सुलिसेंट/मोटीविस्‍ट)

(डायबिटीज के मरीजों के लिए)

 

इंजेक्‍शन वाली दवाएं

  • लीराग्‍लूटाइड

(डायबिटीज और गैर डायबिटीज वाले मरीजों में)

 

सप्‍ताह में एक बार दिए जाने वाले इंजेक्‍शन जैसे कि ड्यूलाग्‍लूटाइड आदि

(सिर्फ डायबिटीज के रोगियों के लिए)

  • ओर्लीस्‍टेट लेने वाले मरीज छह महीने में 5 से 7 फीसदी तक वजन कम कर सकते हैं।

उदाहरण: 100 किलो का व्‍यक्ति 6 महीने में 5 से 7 किलो तक वजन कम कर सकता है।

  • एसजीएलटी-2 इनहीबीटर्स लेने वाले वाले मरीज अपना वजन औसतन 5 फीसदी तक कम कर सकते हैं।

उदाहरण: 100 किलो का व्‍यक्ति छह महीने में 4 से 5 किलो तक वजन कम कर सकता है।

 

  • ऐसे मरीज जो कि लीराग्‍लूटाइड या ड्यूलाग्‍लूटाइड ले रहे हों वे औसतन अपना वजन 10 फीसदी तक कम कर सकते हैं।

उदाहरण: 100 किलो का व्‍यक्ति 6 महीने में अपना वजन 8 से 10 किलो कम कर सकता है।

  • अधिकांश व्‍यक्ति दवा छोड़ने के बाद फ‍िर से वजन बढ़ा लेते हैं हालांकि ये पहले वाले स्‍तर तक नहीं बढ़ता है।

3

मेटाबॉलिक सर्जरी

(डायबिटीज और गैर डायबिटीज वाले मरीजों में)

 

  • सर्जरी के प्रकार के हिसाब से मरीज अपने कुल वजन का 15 से 30 फीसदी तक कम कर सकते हैं।

उदाहरण: 100 किलो का व्‍यक्ति 3 से 6 महीने में 20 से 30 किलो तक वजन कम कर सकता है

  • कम हुआ वजन आमतौर पर वापस नहीं आता
  • डायबिटीज और उससे जुड़ी अधिकांश जटिलताएं बीमारी पूर्व की स्थिति में आना संभव है। इंसुलिन तथा अन्‍य दवाएं बंद होना भी संभव। लिवर फैट तथा ब्‍लड फैट के सामान्‍य हो जाने की भी उम्‍मीद रहती है।

गंभीर मोटापे का इलाज
गंभीर रूप से मोटापे से ग्रस्‍त लोगों को वजन घटाने वाला ऑपरेशन कराने की सलाह दी जा सकती है। खासकर जिनका बीएमआई 32.5 किलो/वर्गमीटर से अधिक हो।

  • वजन कम करने के लिए बेरियेट्रिक सर्जरी। इस ऑपरेशन का सेहत पर कुल मिलाकर सकारात्‍मक प्रभाव होता है। (नीचे देखें)
  • लिपोसक्‍शन या लिपोप्‍लास्‍टी एक सर्जि‍कल प्रक्रिया है जिसमें शरीर के अलग-अलग हिस्‍सों से अतिरिक्‍त चर्बी निकाल दी जाती है। ये प्राथमिक रूप से एक सौंदर्य प्रक्रिया है और इसका ब्‍लड शुगर या मोटापे से जुड़ी अन्‍य बीमारियों में कोई लाभ नहीं होता है।

(डॉक्‍टर अनूप मिश्रा की किताब डायबिटीज विद डिलाइट से साभार)

 

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